Head & neck cancer

पुरुषों में सबसे अधिक होने वाला कैन्सर हेड एंड नेक कैन्सर है ।

इसका मुख्य कारण तम्बाकू का सेवन है । छोटे बच्चे और महिलाएँ भी इसका सेवन करते  है ।

इस कैन्सर को मुख का कैन्सर भी कह सकते है ।मुख में तालु,ज़ुबान,गाल, होंठ,गले में voice box  और भोजन की नली सम्मिलित है ।

यह कैन्सर globally 60% Asia में होता है और 30% से ज़्यादा भारतीयों में होता है ।

बहुत बड़े बड़े विज्ञापन परोक्ष – अपरोक्ष रूप से भारत में आते है, जो की इसकी वृद्धि का मुख्य कारण है।

सरकार ने अनेक प्रतिबंध लगाए है, लेकिन इसका सेवन बढ़ता ही जा रहा है जो की एक चिंता जनक विषय है।

तम्बाकू का सेवन शरीर के क़रीब हर अंग को प्रभावित करता है । किसी भी रूप में इसको लिया जाए ,यह रोगों की संख्या को बढ़ाने वाला है ।

तम्बाकू से मुख के कैन्सर के अतिरिक्त – किड्नी,गला,ब्रेस्ट,लंग्स आदि अंगों में भी इसके होने की सम्भावना होती है ।

कैन्सर के अलावा तम्बाकू से दिल की बीमारी ,अंधापन ,मसूड़ों और दातों की भी समस्या होती है।

इसलिए सारे विश्व में असमय मौत और अनेक बीमारियों की तम्बाकू एक बहुत बड़ी वजह है ।

तम्बाकू का सेवन cigarette के रूप में ,मंजन के रूप में और चबाने की रूप में किया जाता है ।

मुख के कैन्सर का मुख्य कारण तम्बाकू चबाना है । इसका खाने के तरीक़े अलग अलग होते है ।

तम्बाकू का सेवन नही लेना चाहिए क्यूँकि इसका अन्य बीमारियों के साथ भी गहरा सम्बंध पाया गया है।

अगर मुख में छाले लम्बे समय तक है ,मुँह सिकुड़ने लगे,गालों में सफ़ेद या काले या लाल चक्कते हो जाए ,भोजन को निगलने में तकलीफ़ हो ,ज़ुबान का बाहर निकलना कम हो रहा हो ,आवाज़ भारी हो रही हो ,गर्दन में गठान तो ऐसे लक्षणों में तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है ।

इसका clinical examination अनेक प्रकार की जाँच द्वारा होता है ।

जाँचो द्वारा cancer identification होता है कि किस जगह और कितना फैला है ,इस अनुसार cancer की स्टेज पता चलती है और फिर ट्रीटमेंट किया जाता है ।

समय पर इसका इलाज इसलिए ज़रूरी है, क्यूँकि यह दूसरे अंगों में भी फैलने लगता है ।

इस बीमारी को लेकर भी जागरूकता बहुत कम है, क्यूँकि शुरुआती चरण में लोग ध्यान नही देते और advance स्टेज पर ट्रीटमेंट शुरू करवाते है ।

मुख के कैन्सर का इलाज सम्भव है| विज्ञान द्वारा अनेक नई नई तकनीक का निर्माण किया है, जिससे इसको सम्पूर्ण रीति ख़त्म किया जा सकता है या अगर ख़त्म नही किया गया है तो दवाइयों के द्वारा इसका असर कम करके जीवन व्यापन किया  जा सकता है ।

इसलिए इसको जीतने के लिए इसका शुरुआती चरण में इलाज लाभकारी है । अधिक फैलने पर मृत्यु की सम्भावना रहती है ।

सबसे पहले हम इसकी जो वजह है,तम्बाकू, उसका सेवन उसको बंद करना होता है ।तम्बाकू मुक्त भारत की जो मुहिम है, उसको हर एक का  सहयोग ज़रूरी है ।

तम्बाकू का सेवन व्यक्ति temporary pleasure के लिए करता है ,बुरे संग में आकर  इसकी असर हो जाती है या जब भी  स्ट्रेस होता है  तभी करता है ।

इन सबसे मुक्ति के लिए, इलाज के साथ मेडिटेशन का आधार लेना भी आवश्यक है क्यूँकि हमें मनोबल की ज़रूरत होती है जो राजयोग मेडिटेशन द्वारा प्राप्त होती है ।

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