राज्यपाल महामहिम श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर जी नशा मुक्ति अभियान से जुड़े
भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग एवं प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में नशा मुक्त भारत अभियान कार्यक्रम के अंतर्गत “नशा मुक्त बिहार अभियान” कार्यक्रम की लॉन्चिंग रविन्द्र भवन में की गई। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के राज्यपाल महामहिम श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर जी पधारे। साथ ही माननीय उद्योग मंत्री श्री समीर महासेठ जी, बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष माननीय श्री सम्राट चौधरी जी, विश्व हिन्दू परिषद् के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष पद्मश्री डॉ रविन्द्र नारायण सिंह जी सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। ब्रह्माकुमारीज मेडिकल विंग के सचिव डॉ बनारसी लाल साह जी, मुंबई से मुख्य वक्ता डॉ सचिन परब जी भी उपस्थित रहे।
स्वागत भाषण में डॉ बनारसी लाल साह जी ने कहा भारत को नशामुक्त बनाने का प्रोग्राम मनुष्य का नहीं है, ये काम स्वयं परमात्मा का है क्योंकि ये भारत जो सोने की चिड़िया थी, देवभूमि थी इस देवभूमि में रहने वालों की दशा क्या हो गई है? गलत रास्ते पर हमारा बहाव तेजी से हो रहा है, इसके लिए आध्यात्म के द्वारा सब के जीवन में जागरूकता लानी होगी। जब तक हम स्वयं को नहीं पहचानेंगे तब तक अपने कर्तव्यों का रियलाइजेशन भी नहीं होगा और हम सरकार के ऊपर, समाज के ऊपर ब्लेम डालते रहेंगे।
वहीं डॉ सचिन परब जी ने कहा ब्रह्माकुमारीज 30 वर्षों से नशामुक्ति की सेवा कर रहा है। इसका राष्ट्रीय प्रोजेक्ट है “मेरा भारत नशामुक्त भारत” इसकी लॉन्चिंग 2013 में पूर्व राष्ट्रपति डॉ प्रतिभा देवीसिंह पाटिल जी के द्वारा की गई। ब्रह्माकुमारीज का ग्लोबल इनिशिएटिव फॉर टोबैको अवेयरनेस प्रोजेक्ट 180 देशों तक पहुंचा। राजयोग मेडिटेशन लाइफस्टाइल केवल नशा नहीं छुड़ाती बल्कि बहुत से बिमारियों को ठीक करने वा रोकने में भी सहायता करती है। इससे मनुष्य का चारित्रिक विकास होता है। ये MoU 3 साल का है। इसके तहत विशेष नशा रोकने के लिए विशेष फोकस स्कूल, कॉलेज, युवा वर्ग पर दिया जा रहा है। हम स्कूल, कॉलेज को Drug Free, Tobacco Free करेंगे as per guideline. जो छोड़ना चाहते हैं उनको काउंसलिंग और मेडिटेशन सिखायेंगे।
पटना सबजोन मुख्य सेवाकेंद्र की संचालिका राजयोगिनी संगीता दीदी जी ने बताया कि राजयोग मेडिटेशन का निरंतर अभ्यास किस प्रकार हमारे सोच को बदल कर सदा के लिए सकारात्मक बनाता है और व्यक्ति को ना सिर्फ नशे से बल्कि हर प्रकार की नकारात्मकता से दूर रखता है। दीदी जी ने आगे बताया की कैंसर जैसी भयानक बीमारी से मरीज का परिवार इतना परेशान नहीं होता जितना एक नशे करने वाले व्यक्ति का परिवार उसकी इस आदत से त्रस्त होता है।
मंच संचालन ब्रह्माकुमारी ज्योत्सना बहन ने किया। ब्रह्माकुमारी डॉ कीर्ति ने धन्यवाद् ज्ञापन किया।