केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद यसो नायक ने अंतर राष्ट्रीय चिकित्सक सम्मलेन को किया संबोधित

 

28 अगस्त ,  ब्रह्माकुमारीज , ज्ञान सरोवर , आबू पर्वत पर जारी 33 वे अंतर राष्ट्रीय चिकित्सक सम्मलेन को संबोधित करते हुए केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद यसो नायक ने कहा कि इस सम्मलेन में भाग लेना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।  डॉक्टर्स के प्रति समाज का विश्वास है।  लोगों का विश्वास इनपर ( डॉक्टर्स पर ) तब बना रहेगा जब वे फरिश्ता पन धारण करेंगे। फरिश्ता पन अर्थात दिव्य गुण  समपन्न बन जाना । मैं ब्रह्मा कुमारीज  द्वारा किये जा रहे सेवा कार्यों के सामने नत  मस्तक हूँ।  

अन्न का प्रभाव हमारे मन पर जबरदस्त पड़ता है।  मेरा भी व्यक्तिगत यही अनुभव है।  मंत्री महोदय ने कहा कि मैं आपको अपने एक मित्र के बारे में बताता हूँ।  इमरजेंसी के दौरान मेरे एक मित्र को जेल में डाला गया था।  

मेरे उस मित्र  के व्यबहार में वहाँ अंतर आने लगा।  जेल में ।  वह शांत आत्मा बदल गयी वहाँ । कुछ ही दिनों के जेल प्रवास के बाद वे क्रोधित होने लगे।  सभी पर।   पता चला की सात्विक भोजन न  मिलने के कारण वो क्रोध के चम्बे में फँस गये  थे।     

भोजन का बड़ा प्रभाव पड़ता है. पता किया गया की ऐसा क्यों हो रहा है।  मालूम पड़ा की जेल में हत्या का दोषी व्यक्ति भोजन पकाता था। पकाने वाले के मानसिक तरंगों से भोजन में  क्रोध और हिंसा की भावना भर जाती थी।  

हमें नई पीढ़ी को जंक फ़ूड से दूर करना होगा।  ये आज साफ़ हो गया है की शुद्ध  आहार और ध्यान के अभ्यास से अनेक रोगों से  लोग मुक्त हो जाते हैं।  जीवन शैली के बदलने से जीवन सुखी और शांत बन जाता है।  आज आयुष  मन्त्रालय द्वारा अनेक योग केंद्र खोले गए हैं भारत के विभिन्न भागों में ।  यहां लोगों को जीने की स्वस्थ जीवन शैली सिखाई जाती है।

राजयोग से चरित्र को ऊंचा बनाने में मदद मिलती है।  सरकार राजयोग के प्रसार  कार्यों में पूरा मदद करेगी।  हमें दस हज़ार योग शिक्षकों को प्रशिक्षण देना है।  ब्रह्मा कुमारियों को भी इसमें भाग लेकर लोगों को प्रशिक्षित करना चाहिए।  मेरा विश्वास है की यह सम्मलेन दूर दूर तक अपनी तरंगों के माध्यम से यहां का सन्देश पहुंचाएगा। 

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1 Response

  1. Dr. B.A.Prajapati says:

    I attended this MBM conference. It was really really wonderful experience which can not be described in words.

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