तीन दिवसीय तम्बाकू मुक्ति एवं परामर्श प्रशिक्षण में जुटे पूरे राजस्थान के स्वास्थ्यकर्मी
आबू रोड, 27 अप्रैल, निसं। प्रतिवर्ष राजस्थान में 72 हजार मौतें केवल तम्बाकू सेवन से होती है। यह आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। खासकर जिन इलाकों में लोगों में जागृति नहीं है वहॉं स्थिति और भयावह है। इसकी रोकथाम जरूरी है। उक्त उदगार एनटीसीपी के राज्य नोडल अधिकारी डॉ0 एस एन धोलपुरिया ने व्यक्त किये। वे ब्रह्माकुमारीज संस्था के मनमोहिनी वन परिसर स्थित ग्लोबल आडिटोरियम में ब्रह्माकुमारीज संस्थान के मेडिकल प्रभाग तथा राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित तम्बाकू मुक्ति प्रशिक्षण शिविर में आये स्वास्थ्यकर्मियों को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार तथा ब्रह्माकुमारीज संस्थान का मेडिकल प्रभाग का यह संयुक्त प्रयास निश्चित तौर पर इन स्थितियों से उबरने में मदद करेगा। क्योंकि जिस दिन लोगों को यह पता पड़ जाये कि धूम्रपान तथा तम्बाकू से खुद को खतरे में डाल रहे है तो निश्चित तौर वे सकारात्मक होंगे। ब्रह्माकुमारीज के मेडिकल प्रभाग के नशामुक्ति अभियान से लोगों की जिन्दगी बदली है। बड़ी संख्या में लोगों ने नशा से मुंह मोड़ लिया है। पिछली बार के प्रशिक्षण से स्वास्थ्यकर्मियों में सकारात्मकता बढ़ी है।
ब्रह्माकुमारीज संस्था के महासचिव बीके निर्वेर ने कहा कि संस्था से जो भी लोग जुड़ते है वे नशा समेत सारी बुरी आदते छोड़ देते हैं। राजयोग ध्यान और आध्यात्मिक ज्ञान से आत्म बोध और जागृति आती है जो तम्बाकू समेत सभी नशे पर भारी पड़ जाती है। इसलिए यह प्रयास निश्चित तौर पर राजस्थान हीं नहीं बल्कि समस्त भारत के लिए प्रेरणादायी होगा। ज्ञान सरोवर की निदेशिका डॉ निर्मला ने कहा कि एक सिगरेट के धुएं में 36 प्रकार के हानिकारक रसायन निकलते है जिससे मनुष्य का हर अंग प्रभावित होता है। इसलिए हर सम्भव प्रयास करना चाहिए जिससे हम इससे बच सकें।
सिरोही के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 सुशील परमार ने कहा कि सिरोही जिले में आदिवासी तथा ग्रामीण इलाकों में युवा तथा किशोर उम्र तेजी से इसके गिरफ्त में आ रहे हैं। ऐसे में हर माता पिता को अपने बच्चों को इसके प्रति जागरूक करना चाहिए। नहंी तो आने वाले समय में स्थिति और विगड़ सकती है। ब्रह्माकुमारीज का यह प्रयास निश्चित तौर पर सकारात्मक रिजल्ट लायेगा।
कार्यक्रम में मेडिल प्रभाग के सचिव डा0 बनारसी लाल शाह, ग्लोबल हास्पिटल के चिकित्सा निदेशक डॉ0 प्रताप मिडढा के साथ मुम्बई से आये नशामुक्ति कैम्पेन के प्रशिक्षक डॉ सचिन परब ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किये।