सकारात्मक विचारों से तंबाकू का छुटकार
इंदौर, मध्य प्रदेश, 31 मई 2019: हमारे विचार जितने सकारात्मक शुद्ध होते हैं उसी प्रतिशत में संपूर्ण प्रकृति, यक्ति में परिवर्तन दिखाई देते हैं। आज चारों और नकारात्मक वातावरण के कारण व्यक्ति का मन कमजोर, डर, भय ,निराशा चिंता से भरने लग गया है। इसका निदान विभिन्न तरह के नशा करके अपने संतुष्टता की पूर्ति करता है। आरम्भ में तो अच्छी लगती है लेकिन इसके दूरगामी परिणाम इतने खतरनाक होते हैं कि यक्ति, परिवार, धन सभी नष्ट हो जाते हैं। आज तंबाकू ,गांजा, शराब का सेवन करने वालों की संख्या इससे मरने वालों का आंकड़ा सर्वाधिक होता जा रहा है ।यह विचार जीवन जीने की कला के प्रणेता धार्मिक प्रभाग के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य ब्रह्मा कुमार नारायण भाई ने स्थानीय केंद्रीय जेल में ब्रह्मा कुमारी द्वारा तंबाकू निषेध दिवस के उपलक्ष में कैदियों को संबोधित कर रहे थे। तंबाकू एक ऐसा टाइम बम है जो बिना पूर्व सूचना के फट जाता है ।आज यक्ति पारिवारिक, मानसिक कारणों व कार्य में असफलता ,शीघ्र प्राप्ति की चाहना, बार-बार गलत कार्य करने की इच्छा आदि कारणों से यक्ति तंबाकू का सेवन करने लगता है। जिससे अनेक गातक बीमारिया ,कैंसर, नसों में सिकुड़न, आंखों की पुतली का बड़ा हो जाना, फेफड़े के रोग आदि होने लगते हैं। इस अवसर पर केंद्रीय जेल के सहायक राहुल कुमार रायबोले ने बताया कि तंबाकू सिगरेट या धीमा जहर है जो सारे शरीर के अंगों को क्षत-विक्षत कर देता है ।प्रति सिगरेट पीने से जीवन 6 मिनट कम हो जाती है ।दुनिया में मौत के आंकड़ों में सर्वाधिक इस रोग से मरने वालों का ज्यादा है ।इसको दृढ़ संकल्प ,इच्छाशक्ति प्राणायाम, योग, शाकाहारी भोजन, व्यायाम आदि द्वारा छुटकारा पाया जा सकता है। तंबाकू को गधा भी नहीं खाता है लेकिन आज का इंसान गधे से भी बदतर हो गया है कि वह इसका प्रयोग कर रहा है। ब्रह्माकुमारी राजमणि बहन , राज योग प्रशिक्षका ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्था विगत 84 वर्षों से नशा मुक्ति का कार्य कर रहा है । संस्थान के 14 लाख से अधिक लोग निरयसनी जीवन जी रहे हैं। कई राज्यों में राज्य सरकारों के साथ यह संस्था सक्रिय भागीदारी इस दिशा में निभा रही है ।नशा का कारण हमारे नकारात्मक गलत आसुरी विचार है ।मेडिटेशन से हमारे अंदर शक्ति आती है। यह मानव जीवन अनमोल है इस नशे से नाश न करें ।नशा खुद के साथ परिवार, समाज सभी के लिए दुखदाई होता है। अंत में सभी कैदियों से प्रतिज्ञा कराई गई और सभी ने संकल्प लिया कि आज से हम तंबाकू बीड़ी सिगरेट का सेवन नहीं करेंगे ।