प्रोस्टेट कैंसर

पुरूषों में होने वाले कैंसर में एक प्रकार का कैंसर प्रोस्टेट कैंसर है, जो सामान्यतः बढ़ी आयु में पुरूषों में होता है | इस विषय पर चर्चा करने के  लिए डॉक्टर श्यामजी रावत जुड़े रहे | यह वृद्ध लोगो में ज़्यादा होती है | प्रोस्टेट ग्रंथि पुरूषों  में होती है, जिसको पेशाब की थैली भी कहते है | प्रोस्टेट हार्मोन्स उत्पन्न करता है | उम्र के साथ इसका आकार भी बढ़ता जाता है | अभी तक इसके होने का कारण तो ज्ञात नहीं हुआ है, लेकिन कह सकते है कि  बढ़ती उम्र ही इसका कारण है |  आंकड़ों के अनुसार २०१८ में सारे विश्व में करीब १२.५ लाख प्रोस्टेट कैंसर के पेशेंट्स रहे, जिनमे से ३.५ लाख की मौत  हुई | भारत में कैंसर की मृत्यु में यह कैंसर 6th position पर है |  यह कैंसर बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है, इसलिए इसके प्रति जागरूक होना होगा | जीवन शैली में परिवर्तन भी इसका कारण हो सकता है |

यूरिनरी ब्लैडर  से urine रिलीज़ होने की गति अगर तेज़ हो जाती है तो urination में समस्या होती है |

इसके लक्षण का पता urinary  pattern  द्वारा लगाया जा सकता है | रात में बार बार यूरिन जाना और यूरिन बराबर न आना,यूरिन इन्फेक्शन बार बार होना| | यह बीमारी pelvic  organ  में होती है | जब यह फैलती है तो दूसरे अंगों में भी तकलीफ  महसूस होती है | जैसे कमर में दर्द, पेट में दर्द और यह हड्डियों में फैलने लगता है | इस बीमारी का पता बहुत बाद में चलता है ,early स्टेज में लोग इसको डिटेक्ट नहीं कर पाते है |

बड़ी उम्र वालों की केयर इतनी  नहीं हो पाती है  इसलिए उनका लेट ट्रीटमेंट स्टार्ट होता है | अनेक जांचे है, जिससे प्रोस्टेट कैंसर को detect  किया जाता है |  इसका ट्रीटमेटं आसान होता है | हार्मोनल ट्रीटमेंट से इसका इलाज संभव है लेकिन इसके फ़ैल जाने के बाद दर्द बढ़ जाता है क्यूंकि स्पाइन  को प्रभावित कर देती है |कभी कभी स्पाइनल कॉर्ड की वजह से लकवा भी हो सकता है |  क्यूंकि यह बीमारी वृद्ध अवस्था में होती है, इसलिए फिजिकल कंडीशन को देख कर ही इलाज किया जा सकता है | कई परिवार क्यूंकि मरीज़ की आयु अधिक है, तो कैंसर का इलाज नहीं करवाते है लेकिन ऐसा नहीं है | यह एक हार्मोनल ट्रीटमेंट है, तो कुछ लोगो का दवाइयों से भी इलाज संभव है |

GLOBOCON 2020 और WHO  की रिपोर्ट अनुसार, क़रीब १४ लाख नए प्रास्टेट कैन्सर के मरीज़ का इलाज हुआ और ३.८५ लाख लोगों की मृत्यु भी हुई ।

मरीज़ और उनके परिवार की counselling  भी करना होता है | लोग कैंसर के नाम से डरते है, तो उन्हें राज़ी करना होता है, कि सदस्य को कैंसर हुआ है और इसका इलाज संभव है | क्यूंकि बढ़ी आयु होने की वजह से लोग इलाज करवाने से डरते है कि  कहीं इस उम्र में तकलीफ और न बढ़ जाये | इसका इलाज बहुत लम्बा नहीं होता है इसलिए प्रोस्टेट कैंसर का इलाज करना जरुरी है, नहीं तो जिसको यह बिमारी हो जाती है उसे बहुत पीड़ा होती है | सरकार भी कैंसर के इलाज के लिए सपोर्ट करती है | पहले से इलाज सस्ता भी हो गया है | early  stage  detection से ईलाज का खर्च भी कम आता है | इसलिए हमे सदैव उनको ही देखना चाहिए जो कैंसर से ठीक हुए है | अपने मन से गलत धारणा निकाल देनी चाहिए |

कैंसर में तन के साथ मन भी बीमार हो जाता है | मन  की सकारात्मकता भी ज़रूरी है | क्यूंकि कैंसर जैसे बड़ी बीमारी के लिए इच्छा शक्ति और मनोबल भी चाहिए | इसके लिए नियमित रूप से मैडिटेशन  का अभ्यास करना चाहिए | राजयोग मैडिटेशन करने से हर बीमारी में फायदा होता है क्यूंकि हमारे भीतर जो ऊर्जा का निर्माण होता है, वो हमारे हार्मोन्स को भी परिवर्तन करते है और कैंसर में भी इसका रिजल्ट अच्छा  देखा गया है |

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